सहकारिता विभाग में चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री और धन सिंह रावत आमने- सामने !
सहकारिता चुनाव में विलंब को लेकर क्या मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत के निशाने पर हैं ?शुक्रवार को सहकारिता विभाग से जुड़े मंत्री के नजदीकी पदाधिकारियों ने सहकारिता चुनाव प्राधिकरण में धरना प्रदर्शन कर कुछ यही संकेत दिए हैं। उल्लेखनीय है कि राज्य में नगर निकायों के चुनाव तय समय से एक वर्ष बाद संपन्न हुए। कमोवेश यही स्थिति त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर भी बनी हुई है।पंचायतों का कार्यकाल पूरा हुए लगभग छः महीने होने को हैं लेकिन अब तक चुनाव कराए जाने को लेकर कोई हलचल नहीं है। न ही निकायों और पंचायतों से जुड़े लोगों ने चुनाव कराए जाने को लेकर कभी सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। लेकिन सहकारिता चुनाव की प्रक्रिया में विलंब को लेकर जिस तरह सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत के नजदीकी नेताओं ने मोर्चा संभाला उससे सियासी गलियारों में चर्चा है कि इन चुनावों में देरी के बहाने सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत मुख्यमंत्री को कठघरे में खड़ा करना चाहते हैं।ताकि मामला केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह तक पहुंच सके। भाजपा के भीतर सहकारिता की राजनीति करने वाले कार्यकर्ता भी इस बात को स्वीकार करते हैं कि अपनी ही सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करना पार्टी की रीति, नीति और परंपरा के खिलाफ है। ऐसे समय में जब देश आतंकी हमले से आहत है चुनाव के लिए धरना दिया जाना औचित्यहीन है।